नज़र-ए-करम मुझ पर इतना न कर SHARE FacebookTwitter नज़र-ए-करम मुझ पर इतना न कर, कि तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊँ; मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम कि, मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊँ। वैलेंटाइन डे मुबारक हो! SHARE FacebookTwitter
अब तो शाम-ओ-सहर मुझे रहता हैं बस खयाल तेरा, कुछ इस कदर दुआओ सा मिला हैं मुझे साथ तेरा; की अब कोई शि.......Read Full Message
जब खामोश निगाहों से बात होती है, तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है, हम तो बस खोये ही र.......Read Full Message
कुछ ख़ास जानना है तो प्यार कर के देखो, अपनी आँखों में किसी को उतार कर के देखो, चोट उनको लगेग.......Read Full Message